आंदोलनकारी किसानों को खालिस्तानी कहने पर कंगना पर शिकंजा, अब लगाने पड़ रहे पुलिस स्टेशन के चक्कर
बता दें कि कंगना रनोट ने किसान आंदोलन के दौरान अपने एक बयान में आंदोलनकारियों को ‘खालिस्तानी’ कह दिया था। इसके बाद कुछ सिख संगठनों ने कंगना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने इसी मामले में बयान दर्ज करने के लिए कंगना को खार पुलिस स्टेशन में पेश होने के लिए समन जारी किया था। बता दें कि मनजिंदर सिंह सिरसा के नेतृत्व में एक सिख संगठन ने कंगना के खिलाफ मुंबई के खार पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी।
सिख संगठन ने अपनी शिकायत में कहा था कि कंगना रनोट ने किसानों की तुलना खालिस्तानियों से की है और ये सरासर किसानों का अपमान है। बता दें कि कंगना रनोट के वकील ने पहले बॉम्बे हाई कोर्ट में कहा था कि एक्ट्रेस 22 दिसंबर को थाने में पेश होंगी। हालांकि, बुधवार को उनके वकील ने पुलिस थाने में कंगना के पेश होने के लिए मोहलत और मांगी थी। कंगना के वकील के मुताबिक, हमने जांच अधिकारी से आगे की तारीख मांगी थी लेकिन उन्होंने नहीं दी। अब मेरी क्लाइंट उनके पास जल्द से जल्द पेश होंगी।
ये है पूरा मामला :
दरअसल, जब सरकार ने तीन कृषि कानून वापस लिए थे तो कंगना उस पर भड़क उठी थीं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘खालिस्तानी आतंकवादी आज भले ही सरकार का हाथ मरोड़ रहे हों, लेकिन उस महिला (इंदिरा गांधी) को नहीं भूलना चाहिए, जिसने अपनी जूती के नीचे इन्हें कुचल दिया था। उन्होंने इस देश को कितनी भी तकलीफ दी हो, लेकिन अपनी जान की कीमत पर उन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया, मगर देश के टुकड़े नहीं होने दिए। उनकी मृत्यु के दशकों बाद भी उसके नाम से कांपते हैं ये लोग। इनको वैसा ही गुरु चाहिए।