इन तीन बड़े कारणों की वजह से विराट कोहली और बाबर आजम की आपस में तुलना करना जायज नहीं,जानिए क्यों?

जैसा आप सभी को पता है कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली को पूरे विश्व का बेहतरीन खिलाड़ी माना जाता है, और आज विराट कोहली अपने बेहतरीन प्रदर्शन  की वजह से कई खिलाड़ियों के मार्गदर्शन भी बने हुए हैं |वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज बाबर आजम ने भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा है| तब से उन्होंने कई शानदार पारी खेली है जिस वजह से अक्सर लोग विराट कोहली और बाबर आजम की तुलना करते हैं लेकिन बाबर आजम  की तुलना करना कई महीनों में सही नहीं है आज हम आपको ऐसे ही 3 बड़े कारण बताने वाले हैं

1.जैसा आप सभी को पता है कि विराट कोहली को साल 2015 में टेस्ट की कप्तानी और साल 2017 में वनडे की कप्तानी सौंपी गई थी| जिसके बाद उन्होंने कई कीर्तिमान अपने नाम किए हैं |जबकि बाबर आजम को 2019 में टी20 की कप्तानी और साल 2020 में टेस्ट की कप्तानी सौंपी गई है इस लिहाज से भी तुलना करना काफी हद तक ठीक नहीं होगा और  जहां बाबर आजम कप्तान बनने के बाद अपना कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं जबकि विराट कोहली कप्तान बनने के बाद वनडे में 30 शतक लगा चुके हैं जबकि बाबा राजा ने केवल 4 शतक लगाया है इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट में बतौर कप्तान विराट कोहली ने भी शतक लगाया है और बाबर आजम का अभी तक खाता नही खुला है |

2.विराट कोहली साल 2009 8 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शुरुआत की थी जबकि बाबा राजा में 2015 में क्रिकेट में कदम रखा और विराट कोहली बाबर आजम के लिए भी करने से पहले ही 5 इवेंट्स खेल चुके हैं और विराट कोहली के पास बाबर आजम से 7 साल से ज्यादा का अनुभव है जिस वजह से भी विराट पर बाबा की तुलना करना जायज नहीं है

3.जैसा आप सभी को पता विराट कोहली ने अपने अभी तक करियर में कई प्रभावशाली पारी भी खेली है और अपनी टीम को कई बार जीता या भी है और इनकी शानदार बल्लेबाजी देखकर लोग भी इन्हीं मशीन रन भी कहते हैं जबकि बाबर आजम दबाव की स्थिति में टीम  को नहीं संभाल पाते हैं और साथ ही खुद का संतुलन भी खो देते हैं और जब भी उनकी टीम किसी बड़े मुश्किल में होती है तो वह उल्टा अपना विकेट गंवा देते हैं|

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