सही कीमत ना मिलने पर सड़कों पर टमाटर फेंकने को मजबूर हुए महाराष्ट्र के किसान
महाराष्ट्र के किसानों के लिए टमाटर की फसल मुसीबत की का कारण बन गई है. बाजारों में टमाटर के सही दाम नहीं मिल रहे हैं, जिस वजह से किसान नाराज हैं और अपने टमाटर सड़कों पर फेंक रहे हैं. फसल तो दमदार हुई, लेकिन इस वजह से टमाटर के दाम बहुत कम कम हो गए. टमाटर का भाव 2 से 4 रुपये प्रति किलो मिल रहा है.
नासिक के पिंपलगांव के किसान धनंजय रहाणे ने 2 एकड़ खेती में टमाटर किए, जिसमें लगभग 5 लाख रुपये खर्च हुए. लेकिन मौजूदा समय में टमाटर ₹4 प्रति किलो की कीमत की वजह से उन्हें केवल ढाई से तीन लाख रुपये मिल रहे हैं. इस वजह से उन्हें बहुत ज्यादा नुकसान हो रहा है.
टमाटर की 25 किलो की क्रेट के लिए 70 से 100 रुपये मिल रहे हैं. जबकि इस पर 300 रुपये का खर्चा हुआ है. जो टमाटर किसान 3 रुपये प्रति किलो में बेच रहे हैं वह बाजार में ₹25 किलो बिक रहे हैं. एक किसान ने बताया कि टमाटर निकालने पर ही 50 रुपये प्रति 20 किलो खर्च होते हैं और हमें 50 रुपये प्रति क्रेट मिल रहे हैं. ऐसे में किसान आत्महत्या ना करें तो क्या करेगा.
महाराष्ट्र और केंद्र सरकार को किसानों के बारे में सोचना चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता है तो हम आंदोलन करेंगे. वहीं सरकार का कहना है कि जल्द ही किसानों की राहत के लिए बड़े कदम उठाए जाएंगे. महाराष्ट्र के कृषि मंत्री दादा भुसे ने कहा- किसानों की समस्याओं को एक हफ्ते में सुलझाने की कोशिश की जा रही है. हम किसानों की फसल इस तरह से बर्बाद नहीं होने देंगे.