अजब-गजब: जब उड़न खटोले से हुई दुल्हन की विदाई, कारण है हैरान करने वाला

हाईटेक युग में विवाह और शादी के बाद अब विदाई भी अनोखे अंदाज में होने लगी है। आम लोगों से अलग पहचान बनाने का प्रचलन इन दिनों बढ़ गया है। विवाह का स्‍टाइलिश मंडप, घूमने वाला स्‍टेज पर जयमाल का चलन है तो लक्‍जरी वाहनों से विदाई की जा रही है। समुद्र के टापू और आसमान में शादी का भी चलन है। विदाई हेलीकाप्‍टर से शौकीन और पैसे वाले करते हैं। हालांकि प्रयागराज और आसपास के इलाकों में ऐसा पहली बार हुआ है। प्रतापगढ़ जनपद में भी एक दुल्‍हन की अनोखे अंदाज में विदाई हुई, जिसके सैकड़ों लोग गवाह भी बने।

हेलीकाप्टर से ससुराल पहुंची दुल्हन

प्रतापगढ़ जिले में सदर विकास खंड के बहलोलपुर सराय सागर निवासी विनोद कुमार सिंह की दुलारी बेटी उर्वशी सिंह का विवाह लालगंज के अर्जुनपुर (रानीगंजकैथोला) निवासी अमित सिंह के साथ तय हुआ था। नियत तिथि पर 26 नवंबर को बरात विनोद सिंह के दरवाजे पर पहुंची। नाचते-गाते पहुंचे बरातियों का भव्‍य स्‍वागत किया गया। बता दें कि दुल्हन व दूल्हा दोनों प्राइमरी स्‍कूल में शिक्षक हैं।

गांव में बने हेलीपैड पर हेलीकाप्‍टर से उतरे वर-वधू

रात में उर्वसी और अमित का हंसी-खुशी माहौल में विवाह संपन्‍न हुआ। शनिवार की सुबह विदाई की बेला भी आ गई। विदाई के लिए उड़नखटोला की व्‍यवस्‍था की गई थी। उर्वशी अपने पति के साथ हेलीकाप्टर से अपने ससुराल अर्जुनपुर पहुंची। सुबह करीब 11:30 बजे हेलीकाप्टर अर्जुनपुर में उतरा। हेलीकाप्टर से दुल्हन के ससुराल आने को लेकर लोग उत्‍साहित थे। हेलीकाप्टर व उससे उतरते नवबधू को देखने के लिए लोग सुबह से ही हेलीपैड स्थल पर जुट गए थे। हेलीकाप्टर से दूल्हा और दुल्हन को उतरते देख लोगो में खुशी दिखी। सुरक्षा व्यवस्था हेतु पुलिस मुस्तैद रही।

स्‍थानीय प्रशासन से ली गई थी अनु‍मति

इसके पूर्व स्‍थानीय प्रशासन से गांव में हेलीपैड बनाने के लिए अनुमति मांगी गई थी। स्‍वीकृति मिलने के बाद गांव में हेलीपैड तैयार किया गया था। सुरक्षा के लिए पुलिस भी तैनात थी। उड़न खटोले को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा थी।

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