आखिर ऐसा क्या हुआ कि गांव के लोगों ने लंगूर का किया अंतिम संस्कार? बैंड-बाजा वाले भी आए
अक्सर हमने श्मशान घाट पर इंसानों की चिता को जलते हुए देखा है, लेकिन एक ऐसा मामला सामने आया है जहां स्थानीय लोगों ने एक लंगूर का विधिवत तरीके से अंतिम संस्कार किया. गांव के लोगों ने न सिर्फ अंतिम संस्कार जुलूस निकाला, बल्कि बैंड-बाजा वाले भी शामिल हुए. यह मामला उत्तर प्रदेश के औरैया जिले का है.
बिजली के तार के संपर्क में आने से लंगूर की मौत
यहां फाफुंड इलाके में बिजली के तार के संपर्क में आने से एक लंगूर की मौत हो गई. मौत के बाद गांव के लोग बेहद भावुक हो गए और फिर उसका अंतिम संस्कार करने का फैसला किया. स्थानीय लोगों ने उपस्थिति में एक बैंड के साथ एक अंतिम संस्कार जुलूस की व्यवस्था की और हिंदू परंपराओं के अनुसार उसका अंतिम संस्कार किया.
गांव के लोगों ने शवयात्रा में भजन गाए
लंगूर की जब शवयात्रा निकली तो गांव के लोगों ने न सिर्फ भजन गाए, बल्कि शव वाहन के पीछे-पीछे चलना शुरू कर दिया. स्थानीय लोग भजन गाने के साथ-साथ उस गाड़ी के पीछे चले गए, जिसमें ‘लंगूर’ को उसके अंतिम संस्कार के लिए शहर के बाहरी इलाके में ले जाया जा रहा था. इससे पहले, स्थानीय लोगों ने भगवा रंग के कफन में लिपटे ‘लंगूर’ के शव को स्नान कराया और हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार उसके चारों ओर एक फूल की माला रखी गई.
अंतिम संस्कार यात्रा में लोगों ने की पुष्पवर्षा
इसके बाद एक गाड़ी में अंतिम संस्कार यात्रा निकाली गई और बैंड के सदस्यों द्वारा बजाई जाने वाली शोकपूर्ण धुनों के बीच रास्ते भर लोगों ने पुष्पवर्षा की. बाद में परंपरा के अनुसार लंगूर को दफना दिया गया.