आज से ही शुरु कर दीजिए पान के पत्ते खाना, होंगे यह फायदे

पान के पत्ते क्या है ? बेटरलीफ को हिंदी में पान का पत्ता और तेलुगु में तमलपकू के नाम से जाना जाता है। हमारे देश में पान खाना एक बहुत ही सामान्य बात है। खाने के बाद पान खाना यहां की परंपरा में शामिल है। पान की पत्तियां कई रंगों में मिलती है कुछ गहरे हरे रंग तो कुछ हल्के रंग की। जब आप पान का पत्ता खाते हैं तो इससे मुंह साफ होता है या दांत के सड़ने को भी रोकता है और मसूड़ों को भी मजबूत बनाता है। आप पानी में कुछ पान के पत्ते को उबाल सकते हैं और उससे कुल्ला और गरारे करने के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।

पान के पत्तों का हिंदू पूजा और अन्य धार्मिक चीजों में इस्तेमाल किया जाता है साथ ही इसके बहुत सारे स्वस्थ संबंधी लाभ भी है इसमें प्रोटीन विटामिन सी और बहुत सारे लाभदायक पदार्थ होते हैं।

पान पत्ते खाने के फायदे
कैंसर से बचाव-
कैंसर जैसी गंभीर समस्या से भी बचाव करने में पान के पत्ते बहुत उपयोगी है। पान के पत्ते के अर्क में एंटी कैंसर गुण पाए जाते हैं जो कैंसर को पनपने से रोकने में मदद करते हैं। इसका यह गुण ट्यूमर को बढ़ाने से भी रोकता है साथ ही कैंसर के रोकथाम में भी मदद करता है।

अच्छे पाचन के लिए-
पाचन संबंधी समस्याओं में भी पान के पत्ते खाना लाभदायक होता है।पान के पत्तों को चबाने में पैदा होने वाली लार पाचन कार्य प्रणालियों को बेहतर बनाती है। इसमें प्रकृतिक रूप से डाइजेस्टिव गुण पाए जाते हैं जो कि खाना को जल्द ही बचा देता है।

मसूड़ों में सूजन पर या गांठ आ जाने पर-
मसूड़े में गांठ या फिर सूजन हो जाने पर पान का इस्तेमाल काफी फायदेमंद होता है कान में पाए जाने वाले तत्व बालों को कम करते हैं और मसूड़ों को मजबूत बनाते हैं।

गैस्ट्रिक समस्या का समाधान-
जी ई आर डी में सुधार करने के लिए पान का पत्ता बहुत उपयोगी है यह पाचन तंत्र को हानिकारक मुक्त होकर पदार्थों से मुक्त रखता है या पेट के असंतुलित पीएच स्तर के कारण अम्लता को कम रखता है अच्छा पीएच स्तर यह सुनिश्चित करता है और सूजन को ठीक करता है।

पान के औषधीय गुण-
पुराने समय से ही आयुर्वेद में पान के पत्तों का बहुत उपयोग किया जाता है इसमें एंटी ऑक्सीडेंट एंटी डायबिटिक एंटी इन्फ्लेमेटरी एंटी कैंसर एंटीअल्सर जैसे गुण पाए जाते हैं और इसका उपयोग करके आयुर्वेदिक दवाइयां बनाई जाती है।

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