कभी घर में माचिस तक नहीं थी, पड़ोसी से माचिस मांगकर पंकज त्रिपाठी के घर का जलता था चूल्हा
कौन बनेगा करोड़पति का 13वां सीजन टीवी पर प्रसारित हो रहा है. जब छोटे गांव-कस्बों से ताल्लुक रखने वाले कलाकार इस शो पर आकर अपनी कहानियां सुनाते हैं तो कई बार बिग बी भी भावुक हो जाते हैं. बॉलीवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी की कहानी भी बहुत दर्द भरी रही है.
हाल ही में पंकज त्रिपाठी केबीसी 13 में प्रतीक गांधी के साथ पहुंचे. इस दौरान पंकज त्रिपाठी ने अपने संघर्ष के दिनों का भी वर्णन किया. उन्होंने बताया कि आखिर वह गांव में कैसे रहते थे. पंकज त्रिपाठी के संघर्ष की कहानी सुनकर आप भी भावुक हो जाएंगे.
अपने गरीबी के दिनों को याद करते हुए पंकज त्रिपाठी ने केबीसी 13 में बताया कि जहां मैं रहता था वह इलाका इतना पिछड़ा हुआ था कि माचिस तक नहीं होती थी. हम घर का चूल्हा जलाने के लिए दूसरे के घर से आग लेकर आते थे, जिससे खाना बनाया जाता था. हमारे घर से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर एक रेलवे स्टेशन था. हमें रेलगाड़ी के इंजन की आवाज सुनाई देती थी तो हम सोने चले जाते थे. उस समय हमारे दोस्त चांद-सितारे हुआ करते थे. हम प्रकृति के बहुत करीब थे. इसी वजह से आज भी मैं वह सहजता बरकरार रखता हूं.
बता दें कि पंकज त्रिपाठी को फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर से लोकप्रियता मिली. इस फिल्म के बाद 6 महीने तक उन्हें कोई काम नहीं मिला था. आखिरी बार पंकज त्रिपाठी फिल्म मिमी में नजर आए थे, जिसमें अभिनेत्री कृति सेनन मुख्य भूमिका में थीं. इस फिल्म में पंकज त्रिपाठी ने शानदार एक्टिंग की थी.