दशहरे के दिन करें ये उपाय, माँ लक्ष्मी हो जाती है प्रसन्न, घर आती है सुख-समृद्धि

हिंदू पंचांग में अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरे या विजयादशमी का पर्व मनाया जाता है। यह शारदीय नवरात्रि के दसवें दिन मनाया जाता है। इस बार यह पर्व 15 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस पर्व का एक विशेष महत्व है। विजयदशमी के दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था और श्री रामचंद्र ने रावण का वध किया था। यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व होता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन विजय मुहूर्त में यदि कोई कार्य किया जाए तो वह हमें बहुत शुभ फल देता है। वैसे तो वास्तु शास्त्र की दृष्टि से यह दिन काफी शुभ है इस दिन कुछ खास उपाय यदि हम करेंगे तो हमारा सारा वर्ष सुख-समृद्धि से भरपूर होगा। तो आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपको बताएंगे कि विजयादशमी के दिन कौन से उपाय को करके हम अपने भाग्य उन्नति कर सकते हैं।

यह है वे कुछ उपाय:-

■यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार है। घर में नकारात्मकता,, बुरी शक्तियों को दूर करने के लिए दशहरे के दिन रावण दहन की रात को सरसों के तेल के साथ मिलाकर घर के हर दिशा में छिड़कने से आपको बहुत लाभ होगा।

■विजयदशमी के दिन शमी के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से रुके हुए कार्य पूरे होते हैं और आपको सफलता मिलती है।

■इस दिन शस्त्र पूजा का एक विशेष महत्व है इस दिन शस्त्रों की पूजा की जाती है और इससे शत्रु पर विजय प्राप्त होती है।

■इस दिन घर के ईशान कोण यानी उत्तर पूर्व की दिशा में रोली कुमकुम के फूलों से रंगोली या अष्ट कमल की आकृति बनाएं इससे महालक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती है।

■ऐसा माना जाता है कि इस दिन नीलकंठ का दर्शन होना बहुत ही ज्यादा शुभ होता है ये करने से भाग्य का साथ मिलता है।

■दशहरे के दिन पान खाना भी बहुत शुभ माना जाता है,,कहते हैं कि इससे आपकी वैवाहिक जीवन सुखद रहता है।

■यदि आप अपना नया व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो इस दिन अवश्य करें इससे आपको बहुत तरक्की उन्नति मिलेगी।

■इस दिन दान का भी विशेष महत्व है यदि आप इस दिन गरीबों को, असहाय को दान करते हैं तो आपको बहुत पुण्य फल प्राप्त होता है।

■किसी भी नई वस्तु को खरीदने के लिए भी विजयदशमी का दिन बहुत ही शुभ माना जाता है।

■दशहरे के दिन सुबह अपने पूरे घर और मंदिर को अच्छी तरह से साफ सफाई करके गंगाजल से शुद्ध करना चाहिए।

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