सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है तुलसी-अजवाइन का पानी, ऐसे पीने से मिलता है फायदा
पानी पीना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है लेकिन पानी में कई बार घर में इस्तेमाल होने वाली कुछ चीजों का प्रयोग करना आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। इन्हीं में से एक तुलसी अजवाइन का पानी है जिसको पीने से बहुत से फायदे होते हैं। तुलसी अजवाइन का पानी शरीर के अंदर मौजूद सारे बैक्टीरिया और हानिकारक पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता है। यह डाइजेशन मेटाबॉलिज्म और डिटॉक्सिफिकेशन को अच्छा करके शरीर को सभी आवश्यक पोषण देता है जिससे शरीर में होने वाली बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। आइए जानते हैं तुलसी और अजवाइन के पानी को पीने के फायदे।
शुगर पेशेंट के लिए फायदेमंद-
तुलसी और अजवाइन दोनों ही डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद उपयोगी आयुर्वेद औषधियां मानी जाती है तुलसी में पाए जाने वाला ग्लाइसेमिक ब्लड शुगर लेवल को कम करता है तुलसी और अजवाइन के पत्तों को कच्चा चबाने से भी फायदा मिलता है लेकिन अगर आप इसको पानी में मिलाकर पिए तो यह ज्यादा फायदेमंद होता है अगर आप अजवाइन तुलसी का पानी रोजाना पीते हैं तो टाइप 2 की समस्या कम हो जाती है।
ब्लड प्रेशर कम करने में सहायक-
ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में तुलसी और अजवाइन का पानी बहुत लाभकारी होता है अजवाइन में मौजूद धमाल नामक एसेंशियल ऑयल हाथी रक्त वाहिकाओं में कैल्शियम के प्रवेश को रोकता है जिससे आपका ब्लड प्रेशर कम होता है अध्ययन में पाया गया है कि तुलसी के सेवन से ब्लड प्रेशर आसानी से घट जाता है इसलिए ब्लड प्रेशर बढ़ने पर तुलसी या अजवाइन के पत्ते भी खाया जा सकता है।
वजन कम करने में फायदा-
तुलसी शरीर में प्राकृतिक डिटॉक्स के रूप में काम करती है शरीर में वजन को कम करने के लिए उपयुक्त होता है तुलसी पाचन तंत्र के लिए भी उपयुक्त होती है खराब पाचन वजन बढ़ने के मुख्य कारणों में से एक है तुलसी और अजवाइन के पत्ते के अन्य लाभों में श्वसन समस्याओं का इलाज करना तनाव कम करना कोलेस्ट्रोल के स्तर को बनाए रखना शामिल है।
तुलसी और अजवाइन पानी बनाने का तरीका
□ सबसे पहले अजवाइन को रात भर भिगोकर रखना होगा अच्छे से फूल जाने के बाद उसमें तुलसी पत्ती डालेंगे गे।
□ आप किसी बर्तन में उसे उबाल कर ठंडा कर लें, फिर आप इसको पी सकते हैं
□ ध्यान रहे तुलसी और अजवाइन दोनों का ही तासीर गर्म होता है इसलिए इसका सेवन अधिक ना करें नहीं तो दुष्प्रभाव भी हो सकता है।