4 महीने में ASI से थानेदार बना ठग, मंगेतर ने खुद पहुचाया जेल
विजयनगर थाना पुलिस ने शनिवार को शातिर ठगोरे रवि उर्फ राजवीर को गिरफ्तार किया। आरोपित ने खुद को एएसआइ बता कर एक युवती से सगाई कर ली थी। चार महीने में ही एसआइ बन रौब झाड़ा तो युवती समझ गई कि रवि फर्जी अफसर है। गिरफ्तारी के बाद कपड़ा शोरूम की संचालिका थाने पहुंची और कहा रवि ने उससे 40 लाख ठगे हैं।
पुलिस के मुताबिक रवि सोलंकी उर्फ राजवीर सिमरोल में खेती करता था। जून 2019 में उसने खुद को एएसआइ बता कर शीतलनगर निवासी सविता से सगाई कर ली। सविता के स्वजनों ने कपड़े, जेवर सहित करीब आठ लाख रुपये खर्च किए।
शादी की तारीख भी तय कर ली और मैरिज गार्डन बुक हो गया। इसी बीच रवि के व्यवहार में बदलाव आने लगा। वह दबिश, विवेचना और ड्यूटी का बहाना बनाकर बात करने से बचने लगा। चार महीने बाद ही एसआइ की वर्दी वाला फोटो भेज कर कहा कि उसका प्रमोशन हो गया है। इससे सविता का शक पुख्ता हो गया और आइटी कंपनी
एसपी आफिस में पूछा तो पता चला रवि फर्जी अफसर है। शनिवार को युवती उसके घर पहुंची और पिटाई कर पुलिस के हवाले कर दिया। थाने में पता चला रवि कई लड़कियों को ठग चुका है। लड़कियों के नंबर आइजी और एसपी के नाम से अपने मोबाइल में सेव करता था।
सविता ने अफसरों के सामने ही उसकी पिटाई की और रोने लगी। कहा कि उसके कारण माता-पिता बीमार हो गए। उसके फर्जीवाड़े के बारे में सुनकर वे अवसाद में चले गए हैं। उसने रवि की मां प्रेमा बाई, पिता देवकरण और भाई माखन पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है।
रवि की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही एक कपड़ा शोरूम संचालिका भी थाने पहुंची। टीआइ तहजीब काजी से कहा कि रवि ने उससे 40 लाख रुपये ठग लिए। कमिश्नर बता कर नजदीकी बढ़ाई थी। ज्वेलरी भी गिरवी रखवा दी है। जिस कार में बत्ती लगाकर घूमता था वह भी उसकी ही है। देर रात एसपी (पूर्वी) आशुतोष बागरी भी पूछताछ करने पहुंचे और वर्दी, आइडी कार्ड के बारे में पड़ताल की।