रामलीला के दौरान राम वियोग में दशरथ ने सचमुच मंच पर तोड़ा दम, लोग एक्टिंग समझकर बजाते रहे तालिया
यूपी के बिजनौर में रामलीला के दौरान मंच पर अभिनय करते-करते ही राजा दशरथ की मौत हो गई. यह घटना हसनपुर गांव की है. ग्राम प्रधान रह चुके राजेंद्र सिंह रामलीला में राजा दशरथ का किरदार निभा रहे थे. डायलॉग बोलते-बोलते ही वह अचानक मंच पर गिर गए. इस दौरान दर्शकों को लगा कि वह अभिनय कर रहे हैं. इसीलिए सभी तालियां बजाने लगे. लेकिन जब वह काफी देर बाद भी नहीं उठे तब उनकी मौत की बात सभी को पता चल गई. मंच पर राजा दशरथ की मौत से वहां पर रामलीला की खुशी गम में बदल गई.
रामलीला मंच पर भगवान राम के बनवास का सीन चल रहा था. पिता की आज्ञा लेकर जैसे ही राम लक्ष्मण और सीता जंगल जाने लगे तो राजा दशरथ ने अपने महामंत्री सुमंत से कहा कि वह उन्हें वन दिखाकर वापस ले आएं. लेकिन जब सुमंत अकेले ही वन से वापस लौट आए तो, दशरथ बेटे को साथ न देखकर भावुक हो गए. इस दौरान डायलॉग बोलते समय वह जमीन पर गिर गए. दर्शकों ने सोचा कि वह अभिनय कर रहे हैं. लेकिन सच में दशरथ की मौत हो चुकी थी.
जिस समय राजा दशरथ का किरदार निभा रहे राजेंद्र जमीन पर गिरे वह बेटे के वियोग में राम-राम कह रहे थे. राम का नाम लेते ही वह जमीन पर गिर गए और उनकी मौत हो गई. जैसे ही पर्दा गिरा तो दूसरे कलाकारों ने उन्हें उठाने की कोशिश की.
जब वह नहीं उठे तो सभी को उनकी मौत की बात पता चल गई. साथी कलाकार की मौत के बाद वहां का माहौल गमगीन हो गया. उसके बाद रामलीला का मंचन रोक दिया गया. बताया जा रहा है कि दिल का दौरा पड़ने से उनकी मौत हुई है.
रामलीला समिति से जुड़े गजराज सिंह ने कहा कि राजेंद्र पिछले कई सालों से रामलीला में अभिनय कर रहे थे. उनकी मौत के बाद पत्नी, तीन बेटे और बेटी अकेले रहे गए हैं. उनका बेटा बीएसएफ में तैनात है. उसके घर पहुंचने के बाद शुक्रवार को राजेंद्र का अंतिम संस्कार किया गया.