नींद ना आना हो सकता है किसी गंभीर बीमारी का कारण.रात में नींद नही आती तो तुरंत करे ये उपाय..
नींद सेहत के लिए बहुत जरूरी होती है। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है, कि आप किसी भी समय सोकर बॉडी को इसके फायदे दे सकते हैं। रात में पर्याप्त सोने से सेहत बनी रहती है। उम्र के साथ सोने के घंटे कम या ज्यादा हो सकते हैं। वयस्कों के लिए 7-8 घंटे की नींद जरूरी मानी जाती है। रात में नींद न आना खुद में एक बीमारी भी है, जिसे अनिद्रा (Insomnia) कहते हैं। लेकिन हमेशा ऐसा हो यह जरूरी नहीं, कई बार कुछ आदतों के वजह से भी आप रात में पर्याप्त नहीं सो पाते हैं।
न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा बताती हैं कि दिनभर एक्टिव रहने के लिए बॉडी को रात में 6-8 घंटे की पर्याप्त और गहरी नींद की आवश्यकता होती है। लेकिन कई लोग ऐसा करने में चुक जाते हैं। ज्यादातर लोग इसका कारण रात में नींद न आना बताते हैं। एक्सपर्ट बताती हैं कि यदि आप रात में सो नहीं पा रहे हैं, तो इसके लिए आपकी कुछ आदतें जिम्मेदार हो सकती हैं।
बेड पर जाने के बाद न करें डिवाइस यूज
ज्यादातर लोगों की आदत होती है सोने से पहले मूवी देखना या मोबाइल चलाना। लेकिन क्या आप जानते हैं ये डिवाइस आपके नींद के दुश्मन की तरह होते हैं। आपके फोन से निकलने वाली नीली रोशनी आपके सर्कैडियन रिदम बिगाड़ देती है। जिससे आप पर्याप्त या आरामदायक नींद नहीं ले पाते हैं।
साथ ही यह रोशनी ब्रेन में मेलाटोनिन के प्रोडक्शन को भी कम करता है, जो सोने-जागने के चक्र के हार्मोन को नियंत्रित करता है। अपर्याप्त मेलाटोनिन अनिद्रा, चिड़चिड़ापन और दिन के समय नींद आने का कारण बन सकता है।
रात में हल्का डिनर करें
लंच दिन का सबसे बड़ा मील होना चाहिए। रात में हल्का डिनर सेहत के लिए फायदेमंद होता है। हल्का डिनर का मतलब कम खाना नहीं बल्कि ऐसे फूड्स को खाना होता है, जो पचने में आसान होते हैं।
इसके विपरीत सोने से भरपेट खाना नींद में रुकावट पैदा कर सकता है। क्योंकि रात के समय पाचन तंत्र धीमे गति से काम करता है, और भोजन को पचाने में ज्यादा समय लगता है, जिससे बॉडी रिलेक्स नहीं हो पाती है।
ज्यादा मात्रा में न करें चाय/कॉफी का सेवन
कैफीन युक्त पदार्थ आपके बॉडी को एक्टिव रखने का काम करते हैं। इसलिए ज्यादातर लोग सुबह आलस को कम करने के लिए चाय / कॉफी से अपना दिन शुरू करते हैं। हालांकि इसकी नियमित मात्रा सेहतमंद होती है, लेकिन यदि आप बेधड़क इसका सेवन करते हैं, तो यह आपके नींद को खराब कर सकती है।
अच्छी नींद के लिए नेचुरल लाइट में रहें
एक्सपर्ट बताती हैं कि जब हम खुद को सूर्य के प्रकाश से दूर रखते हैं, तो बॉडी में मेलेनिन की कमी होने लगती है, जो मेलाटोनिन हार्मोन को बनाता है। मेलाटोनिन की मदद से ही आपके ब्रेन को सोने और जागने का समय याद रहता है।
तनावमुक्त रहें
टेंशन और नींद एक दूसरे से संबंधित होते हैं। यदि आप टेंशन में हैं, तो नींद नहीं आएगी, और यदि आप रात में ठीक से सोए नहीं है, तो दिनभर तनाव महसूस होता रहेगा। इसलिए डिप्रेशन या तनाव से ग्रसित लोगों को नींद की दवा दी जाती है।
एक्सपर्ट बताती हैं कि नींद की कमी शरीर की तनाव प्रतिक्रिया प्रणाली को ट्रिगर करती है, जिससे तनाव हार्मोन कोर्टिसोल बढ़ता है, और नींद को बाधित करता है। इसलिए स्ट्रेस को मैनेज करना सीखें।