इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन मात्र से मिल जाती है पापों से मुक्ति,यहां भगवान शिव भक्त की पुकार पर हुए थे प्रकट

भगवान भोलेनाथ के भक्तों की दुनिया भर में कमी नहीं है. ऐसा कहा जाता है कि भगवान भोलेनाथ की जिस किसी पर भी कृपा होती है, उसकी सारी परेशानियां खत्म हो जाती है. भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग हैं, जिनमें से अगर व्यक्ति किसी एक के दर्शन कर ले तो उसकी किस्मत चमक जाती है और उसे सभी पापों से मुक्ति भी मिल जाती है. आज हम आपको 10वें ज्योतिर्लिंग नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के बारे में बता रहे हैं, जो गुजरात प्रांत में द्वारकापुरी से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.

धर्म शास्त्रों में इस पवित्र ज्योतिर्लिंग के बारे में विस्तार से वर्णन किया गया है. ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करता है और इसकी उत्पत्ति और माहात्म्य की कथा श्रद्धा भाव से सुनता है, उसे सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है और उसकी जिंदगी सुखों से भर जाती है.

भगवान शिव अपने भक्तों की पुकार सुनकर प्रकट भी हो जाते हैं. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग को लेकर भी यह मान्यता है कि यह मंदिर ढाई हजार साल पुराना है. शिव पुराण में वर्णन किया गया है कि नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन मात्र से ही व्यक्ति सभी पापों से मुक्त हो जाता है.

पौराणिक कथा के मुताबिक, गुजरात में सुप्रिय नाम का एक व्यक्ति रहता था, जो भगवान शिव का बहुत बड़ा भक्त था. वह भगवान शिव की पूजा किए बिना कुछ भी ग्रहण नहीं करता था. वह एक बार नाव से कहीं जा रहा था. उसकी नाव दारूक राक्षस के वन की तरफ चली गई, जहां दारूक के अनुचरों ने उसे कारागार में डाल दिया.

लेकिन कारागार में सुप्रिय भगवान शिव की आराधना करता रहा. इस वजह से दारूक बहुत ज्यादा गुस्सा हो गया और उसने अपने अनुचरों को सुप्रिय का वध करने का आदेश दिया. लेकिन वह भगवान शिव से लगातार प्रार्थना करता रहा. तब परिवार सहित भगवान शिव का एक शिवलिंग प्रकट हुआ और भगवान ने सुप्रिय को पाशुपत प्रदान किया, जिससे उसने राक्षसों का वध कर दिया और वह शिवधाम को चला गया. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग के पीछे देवी पार्वती की मूर्ति भी स्थापित है.

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