किचन में रखे बर्तन से बिगड़ सकता है आपका भविष्य, इन बर्तनों को तुरंत हटा दे
वास्तु शास्त्र की मानें तो हमारे आसपास स्थित सारी वस्तु का प्रभाव हमारे जीवन में पड़ता है इसमें पेड़ पौधे, घर की बनावट दरवाजे, खिड़की, सीढ़ियां,किचन पूजा का कमरा की बनावट शामिल होते हैं।
हिंदू धर्म में रसोई घर को पूजा स्थान से कम नहीं माना गया है। किचन हमारे लिए एक पूजनीय स्थल में से एक है। वास्तु में भी किचन का एक विशेष महत्व है, घर में रहने वाले लोगों के जीवन में इसका नकारात्मक व सकारात्मक दोनों प्रभाव पड़ता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं किचन के बर्तन भी व्यक्ति की किस्मत को चमकाने में अपना योगदान देते हैं टूटे बर्तनों, दरार बड़े बर्तनों से वास्तु दोष लगता है चलिए इसके बारे में हम आपको विस्तार से बताते हैं-
कुछ लोगों की आदत होती है कि वे अपने घर में टूटे-फूटे बर्तन रख लेते हैं जो एक तरह से गलत है। वास्तु शास्त्र में इसे बहुत गलत बताया है वास्तु के अनुसार यदि किसी बर्तन में कोई जरा सा भी दरार या खरोच का निशान आ जाए तो उसमें कभी भोजन नहीं करना चाहिए उसे किचन पर नहीं रखना चाहिए। इससे पूरे घर पर बुरा प्रभाव पड़ता है वास्तु के अनुसार पुराने टूटे-फूटे बर्तन को स्टोर रूम में भी नहीं रखना चाहिए या अशुभ माना जाता है। माना जाता है कि टूटे-फूटे बर्तन से दरिद्रता आती है और जो ऐसे बर्तन अपने घर में रखता है उसके घर में दरिद्रता बढ़ती जाती है और आर्थिक तंगी आने लगती है।
वास्तु शास्त्री आचार्य इंदु प्रकाश जी टूटे हुए बर्तन व अष्टकोणीय आईने के बारे में बताया है-
उनका कहना है कि घर में टूटे बर्तन वाले बर्तनों को कभी भी जगह नहीं देनी चाहिए। ऐसे बर्तनों में खाना खाने से दरिद्रता बढ़ती है जिसमें कई बार कर्ज लेने की नौबत आ जाती है इसलिए कभी भी टूटे दरार वाले बर्तनों के अलावा टूटी हुई खाट का भी उपयोग नहीं करना चाहिए।
अष्टकोणीय आईना लगा लगाए
कर्ज और अन्य प्रकार की परेशानियों से बचने के लिए उत्तर पूर्व दिशा की तरफ अष्टकोणीय यानी 8 कोण वाला आईना लगाना चाहिए घर में इस तरह का आईना लगाने से बहुत से शुभ फल मिलते हैं इसलिए अष्टकोणीय ये आइना जरूर लगाएं।