घर मे तुलसी के पौधे का मुरझाना इन बुरी घटनाओं की ओर करता है इशारा
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत पवित्र माना गया है। प्रत्येक हिंदू परिवार के घर में तुलसी का एक पौधा जरूर होता है। सभी पवित्र अनुष्ठान, त्योहार, पूजा-पाठ में तुलसी के पत्तों का विशेष महत्व है।
घरों में तुलसी के पौधे की उपस्थिति एक वैद्य समान तो होती है,साथ ही तुलसी घर के वास्तु दोष को भी दूर करने में सक्षम है। जन्म से मृत्यु तक के सभी कार्यों में काम आती है तुलसी। हमारे शास्त्र में भी तुलसी के गुणों से भरे पड़े हैं।
वास्तु में बताया गया है कि तुलसी का पौधा सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करता है और वैसा ही प्रभाव उस घर में रहने वालों पर भी डालता है। रोजाना सुबह तुलसी में जल चढ़ाने से बहुत सारे वास्तु दोष दूर होते हैं। तथा वास्तु दोष वाले जगहों पर ही तुलसी का पौधा रखना चाहिए और यह शनि और मंगल दोष को ख़त्म करने में हमारी सहायता करता है।
लेकिन यदि अचानक आपके घर की तुलसी अच्छे देखरेख के बावजूद मुरझाने लगे और मर जाए तो यह एक अशुभ संकेत है।
तो चलिए जानते हैं इसके बारे में-
1.तुलसी के पौधे के लिए पूर्व, उत्तर तथा उत्तर-पूर्व दिशा का चयन करना चाहिए इससे सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है और नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है।
2.अगर आपकी तुलसी मुरझा गई है और मर गई है तो उसे घर में ना रखें किसी नदी में विसर्जित कर दें।
3.तुलसी का पौधा किचन के आसपास रखना बहुत ही शुभ होता है। इससे घर के लोगो के बीच मेल जोल बना रहता है।
4.अगर आप एक से ज्यादा तुलसी का पेड़ एक ही गमले में लगा रहे हैं तो ध्यान रखें कि उस ऑड नंबर 3,5, 7,9 के रूप में लगाएं।
5.कुछ लोग तुलसी के पौधे को घर के आंगन के बिल्कुल बीचो-बीच रख देते हैं लेकिन ऐसा करना वास्तु शास्त्र में गलत बताया गया है तुलसी के पौधे को हमेशा घर के किसी कोने में ही रखना चाहिए।
6.तुलसी को हिन्दू धर्म में देव तुल्य माना गया है इसलिए कभी भी तुलसी के आसपास गंदगी ना रखें,साफ-सुथरी जगह पर ही लगाएं।
7.तुलसी के पत्तों का नियमित सेवन आपको बहुत सारी बीमारियों से भी बचा सकता है। रास्ते भटके बच्चो को भी रोजाना इसके पत्तो का सेवन कराना चाहिए।
8.तुलसी के पौधे और शालिग्राम का रोज सुबह नियमित रूप से अभिषेक किया जाए तो इससे वास्तु दोष समाप्त होता है।