चाणक्य नीति: इन कामों को करने वालों को कभी नहीं मिल पाता माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद

आचार्य चाणक्य असाधारण प्रतिभा के धनी थे। सैकड़ों बीत जाने के बाद भी उनकी गिनती श्रेष्ठ विद्वानों में की जाती है। अचार्य चाणक्य को राजनीतिक, कूटनीति,समाजशास्त्र समेत तमाम विश्व की बहुत अच्छी समझ थी। किसी भी परिस्थिति को देखने का उनका एक अपना नजरिया था। यही कारण है कि जीवन की हर नीति को वह काफी सोच-समझकर बनाते थे और विजय होते थे।

चाणक्य नीति हमें बताती है कि सुख और दुख हमारे ही कर्मों का फल होता है हमारे किए हुए कार्य के वजह से ही हमारे जीवन में दुख का कारण बनता है, और महालक्ष्मी हमसे रूठ जाती है तो आज हम आपको चाणक्य द्वारा बताए हुए ऐसे ही काम जिनको करने से मां लक्ष्मी हमसे नाराज हो जाती है और हमें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है।

मूर्ख व्यक्ति के साथ ज्ञान की बात करना मूर्खतापूर्ण होता है
जो व्यक्ति दूसरों की बातों को नहीं समझते हैं उनसे ज्ञान की बातें करना भी मूर्खतापूर्ण ही होता है। इसे सिर्फ आपका समय बर्बाद होगा और बिना वजह विवाद होता है, क्योंकि ऐसे लोग किसी की बात नहीं समझते इसलिए ऐसे व्यक्तियों से जीवन में बहुत दूर रहना चाहिए ऐसे लोग खुद भी फस जाते हैं दूसरों को भी फंसा देते हैं।

बुरी संगति का फल भी होता है बुरा
चाणक्य नीति हमें हमारे जीवन में बुरे कर्मों को करने से रोकती है। चाणक्य नीति के अनुसार ही गलत लोगों से संगति करना आपके जीवन को अंधकार में धकेलने के बराबर होता है गलत कार्य करने वालों के साथ देना भी गलत होता है। गलत कार्यों को प्रोत्साहित करना भी गलत होता है, गलत कार्य को करते हुए देख कर चुप रह जाना भी गलत होता है, और ऐसे मित्र जो गलत रास्ते पर हैं उन्हें सही रास्ते में लाने के बजाय उनका साथ देने वाले लोगों से महालक्ष्मी रूठ जाती है और अपना आशीर्वाद नहीं देती।

लोगों को अपमानित करना
चाणक्य नीति के अनुसार हमें सभी लोगों का सम्मान करना चाहिए, चाहे वह बड़े,बुजुर्ग, बच्चे हो सब से विनम्रता पूर्वक व्यवहार रखना चाहिए। अपने पद और प्रतिष्ठा के आगे किसी को महत्व नहीं देना उनका अपमान करना यह बताता है कि आपको अपने पद और प्रतिष्ठा को लेकर घमंड है ऐसे लोगों से महालक्ष्मी बहुत ही रुष्ट हो जाती है और उन्हें त्याग देती है इसकी वजह से उन्हें अपने जीवन में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

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