नहीं रही स्वरों की रानी “लता मंगेशकर ” -क्या थे उनकी आखिरी शब्द जाने
आज का दिन भारत के लिए सबसे दुखद हैं क्यों की भारत ने आज सबसे अमूल्य रतन लता जी को खो दिया । लता जी पिछले 29 दिनों से कोरोना और निमोनिया से लड़ रही थी । कुछ दिन पहले उनके स्वास्थ्य में सुधर बताया गया था पर वापस से उन्हें ICU में एडमिट करना पड़ा। आज वो हमारे बिच नहीं रही पर उनके गाने सदियों तक सुने जायेंगे ।
92 साल की उम्र तक लता जी ने 30000 से भी जयादा गाने गाये जिनको सुनकर सब बड़े हुए और आज सबके लिए एक भाउक पल हैं। उन्हें भारत से सभी बड़े सम्मान से नवाज़ा गया।
नरेंद्र मोदी और भारत से सभी दिग्गज नेताओ ने भाउक सर्दांजलि दी। आज का दिन फिल्म जगत के लिए कला दिन हैं क्यों की हमने उनको खोया हैं जिनके गाने हमे जिन्दा करते थे ।
उनके शब्द जो हमें आखिर में याद आते हैं की “मेरी आवाज ही मेरी पहचान हैं -गर याद रहे “ । इस गाने की सभी लाइन आज सच हो रहे हैं। लता जी आवाज उनका अहसास करवाती हैं। वो हमारे साथ हमेशा जिन्दा हैं। हमेशा रहेगी ।
नरेंद्र मोदी जी ने भाउक होते हुए लिखा की दीदी हमेशा एक मजबूत भारत की कल्पना करती थी।
योगी जी ने लिखा की इस दुःख की घड़ी में भगवन राम उनके परिवार को मजबूती दे। ये पल उनके लिए काफी दुखद हैं.