शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए पीपल के पेड़ से करे ये उपाय, दूर होंगे सारे कष्ट
हिंदू शास्त्रों में पेड़’ पौधों की पूजा का एक विशेष स्थान है। हिंदू धर्म में पेड़ पौधों को देवी देवताओं के तुल्य माना गया है। इसी में से एक पेड़ है पीपल शास्त्रों के अनुसार पीपल को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है इसलिए पीपल के पेड़ की पूजा की जाती है। हमारे धर्म में पीपल की पूजा विभिन्न अवसरों में किया जाता है जैसे कि सोमवती अमावस्या के दिन, शनिवार के दिन पीपल की विधि विधान से पूजा करना बहुत ही शुभ फल देता है।
वैज्ञानिक दृष्टि से भी पीपल का पेड़ लाभ देने वाला है। पीपल एकमात्र ऐसा पेड़ है जो 24 घंटे ऑक्सीजन देता है जो हम इंसानों के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होता है।
साथ ही ऐसा भी माना जाता है कि पेड़ में विभिन्न देवी-देवताओं का वास है इसमें मुख्य रूप से पीपल की जड़ में भगवान ब्रह्मा जी, तने में भगवान विष्णु और ऊपरी हिस्से में शिव जी का वास होता है। इसी वजह से ऐसा माना जाता है कि पीपल के पेड़ की विधि विधान से पूजा करके जो भी मन्नत मांगे उससे बहुत ही शीघ्र आपकी सारी मनोकामना पूर्ण होती है।
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए भी पीपल के पेड़ कुछ ऐसे उपाय किए जा सकते हैं जिनसे हमें शनिदेव का बहुत अधिक आशीर्वाद प्राप्त कर सकते है। जिन लोगों को अपने जीवन में आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ता है काम बिगड़ते हैं, आर्थिक तंगी रहती है, साढ़ेसाती चलती है, शनि ग्रह का प्रभाव रहता है, ऐसे लोगों से शनिदेव नाराज रहते हैं जिसकी वजह से उनके जीवन में यह परेशानियां आती है, ऐसे में हम शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए पीपल के पेड़ के कुछ उपाय करके काफी हद तक शनिदेव को प्रसन्न कर सकते हैं।
तो चलिए जानते हैं कौन से है वे अचूक उपाय
शनि की साढ़ेसाती से मिलेगा छुटकारा
जो लोग शनिदेव के प्रकोप से परेशान है और उनके जीवन में शनि की साढ़ेसाती चल रही है और उनके कोई काम नहीं बनते हैं, विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड़ता है, ऐसे लोगों को शनिवार के दिन पीपल के पेड़ मे जल चढ़ाकर 7 बार उसकी परिक्रमा करना चाहिए और शाम के समय जड़ के पास दीपक जलाना चाहिए।
करें हनुमान साधना का पाठ
शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा, हनुमान साधना पाठ करें और हनुमान जी की आराधना करें तो ऐसे लोग पर हनुमान जी की विशेष कृपा बनती है। और उनकी सारी परेशानियां दूर होती है। पीपल के पेड़ के नीचे शिवलिंग रख कर विधि विधान से रोजाना उसकी पूजा करने से भी अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए
अपने जीवन में मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए गुरुवार और शनिवार के दिन पीपल में जल चढ़ाकर दीपक जलाने से महालक्ष्मी की विशेष कृपा आपको प्राप्त होगी।
पित्र दोष से निवारण
शनिवार के दिन के पेड़ में जल और कच्चा दूध चढ़ाएं और सूर्य देव, महादेव और पीपल की विधि विधान से पूजा करें और चढ़े हुए जल को अपने माथे व नेत्र से लगा कर “पित्र देवाय नमः” का जाप करें आपकी पितृदोष खत्म होने में मदद मिलेगी।